New Education Policy of India 2022 : राष्ट्रीय शिक्षा निति योजना से छात्रों को होगा लाभ, जानें कैसे
New Education Policy of India 2022 : राष्ट्रीय शिक्षा निति योजना से छात्रों को होगा लाभ, जानें कैसे
National Education Policy Scheme 2022
हम सभी जानते हैं, कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2022 (NEP Yojana 2022) के तहत स्कूलों और कॉलेजों में शिक्षा की नीति बनाई जाती है, इसे देखते हुए हमारे देश की केंद्र सरकार द्वारा एक नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति शुरू की गई है। यह नई शिक्षा नीति इसरो के मुख्य चिकित्सक कस्तूरीरंगन की अध्यक्षता में तैयार की गई है। इस बदलाव के तहत 2030 तक स्कूली शिक्षा में 100% GIR के साथ प्री-स्कूल से सेकेंडरी स्कूल तक की शिक्षा को सार्वभौमिक कर दिया जाएगा।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति योजना 2022 ( National Education Policy )
हम आपको यह भी बताएंगे, कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति योजना 2022 (NEP Yojana 2022) का उद्देश्य क्या है, इसके क्या लाभ हैं और साथ ही राष्ट्रीय शिक्षा नीति में हुए बदलावों की जानकारी भी देंगे, इसलिए आपसे अनुरोध है कि इस लेख को पूरा पढ़ें। जैसा कि आप सभी जानते हैं कि पहले 10+2 पैटर्न का पालन किया जाता था और इसे नई शिक्षा नीति 2022 के तहत बदल दिया जाएगा। नीति, अब 5+3+3+4 के पैटर्न का पालन किया जाएगा।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2022 – मुख्य उद्देश्य हमारे देश को विश्व स्तर पर एक शैक्षिक महाशक्ति बनाना और भारत में शिक्षा को सार्वभौमिक बनाकर शिक्षा की गुणवत्ता में वृद्धि करना है। इस नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (National Education Policy 2022) से पुरानी शिक्षा नीति (Education Policy) में बदलाव किया जाएगा, जिससे शिक्षा (Education)की गुणवत्ता में सुधार होगा और बच्चे भी अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे और साथ ही अपने जीवन को उज्ज्वल बना सकेंगे।
राष्ट्रीय शिक्षा निति 2022 – अब छात्र साइंस स्ट्रीम के साथ-साथ आर्ट्स स्ट्रीम, साइंस स्ट्रीम के साथ-साथ आर्ट्स स्ट्रीम का भी अध्ययन कर सकते हैं। प्रत्येक विषय को एक अतिरिक्त पाठ्यक्रम के बजाय एक पाठ्यक्रम के रूप में माना जाएगा, जिसमें योग, खेल, नृत्य, मूर्तिकला, संगीत आदि शामिल हैं। इस नई शिक्षा निति योजना 2022 (NEP Scheme 2022) में निम्न रूप से पाठ्यक्रम को एनसीईआरटी राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा के अनुसार डिजाइन किया जाएगा।
शारीरिक शिक्षा को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। व्यावसायिक और शैक्षणिक धाराओं में कोई अलगाव नहीं होगा | इस राष्ट्रीय शिक्षा निति योजना (National Education Policy 2022) के फलस्वरूप छात्रों को दोनों क्षमताओं को विकसित करने का अवसर मिले। माध्यमिक विद्यालय में बच्चे अपनी पसंद की विदेशी भाषा भी सीख सकते हैं। फ्रेंच, जर्मन, स्पेनिश, चीनी, जापानी आदि सहित। ये सभी प्रयास भारत की शिक्षा को विश्व स्तर पर मान्यता देने का एक प्रयास है।
- उच्च शिक्षा में बदलाव
- परामर्श के लिए राष्ट्रीय मिशन
- शिक्षा में प्रौद्योगिकी को बढ़ावा
- 8 क्षेत्रीय भाषाओं में शुरू हुआ ई-कोर्स
- विकलांगों के लिए शिक्षा में बदलाव
- उच्च शिक्षा के लिए एक नियामक
- सरकारी और निजी शिक्षा मानक समान हैं
- कानूनी और चिकित्सा शिक्षा शामिल नहीं
- 5 साल के कोर्स और एमफिल में छूट
- कॉलेजों की मान्यता के आधार पर स्वायत्तता
- उच्च शिक्षा में एकाधिक प्रवेश और निकास विकल्प
- नेशनल रिसर्च फाउंडेशन (एनआरएफ) की स्थापना की जाएगी
स्कूली शिक्षा में आए ये बदलाव
- रिपोर्ट कार्ड में शामिल जीवन कौशल
- बच्चों के लिए नया कौशल: कोडिंग कोर्स शुरू
- वोकेशनल पर विशेष जोर कक्षा 6 से शुरू होगी पढ़ाई
- 2030 तक हर बच्चे की शिक्षा सुनिश्चित करें
- पाठ्येतर गतिविधियाँ – मुख्य पाठ्यक्रम में शामिल
- 5+3+3+4 . के आधार पर 9वीं से 12वीं तक का शिक्षा ढांचा
- 3 से 6 वर्ष के बच्चों के लिए प्रारंभिक बचपन की देखभाल और शिक्षा
- एनसीईआरटी द्वारा शुरू की गई मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता पर राष्ट्रीय मिशन
- नई राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा तैयार: दो भागों में बोर्ड परीक्षा (सेमेस्टर प्रणाली)
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2022 मुख्य टिप्णणी
NEP Scheme 2022 – राष्ट्रीय शिक्षा निति योजना दूसरी कक्षा तक के बच्चों को कोई गृहकार्य नहीं दिया जाएगा, क्योंकि पहली और दूसरी कक्षा के छात्र बहुत छोटे हैं और उन्हें इतनी देर बैठने की आदत नहीं है। स्कूली छात्रों (School Students) को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता अच्छी हो, ताकि बच्चों को लंच बॉक्स न लाना पड़े। स्कूलों में पानी की सुविधा भी ठीक से उपलब्ध हो ताकि बच्चों को पानी की बोतल न लानी पड़े। इन खूबियों की वजह से स्कूल बैग का साइज छोटा हो जाएगा। कक्षा III, IV और V के बच्चों को हर हफ्ते सिर्फ 2 घंटे का होमवर्क दिया जाएगा। छठी से आठवीं कक्षा के बच्चों को प्रतिदिन एक घंटे का गृहकार्य दिया जाएगा। वहीं कक्षा 9वीं से 12वीं तक के बच्चों को प्रतिदिन 2 घंटे का गृहकार्य दिया जाएगा।
हमारे देश के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 7 अगस्त 2020 को राष्ट्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2022 के मुख्य तथ्यों पर चर्चा की जो इस प्रकार हैं।
इस शिक्षा नीति (एजुकेशन पालिसी) के अनुसार मानव संसाधन प्रबंधन मंत्रालय को अब शिक्षा मंत्रालय के नाम से जाना जाएगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2022 (NEP Yojana 2022) के अनुसार शिक्षा का सार्वभौमीकरण किया जाएगा और इसमें चिकित्सा और कानून की पढ़ाई शामिल नहीं होगी। हम जानते हैं, कि पहले 10+2 के पैटर्न का पालन किया जा रहा था लेकिन अब नई शिक्षा नीति (National Education Policy 2022) के अनुसार 5+3+3+4 के पैटर्न का पालन किया जाएगा, जिसमें 12 साल की स्कूली शिक्षा होगी और 3 साल की प्री-स्कूलिंग होगी।
इस नई शिक्षा योजना का यह उदेश्य होगा –
इस नई शिक्षा नीति (NEP Scheme 2022) के अनुसार व्यावसायिक परीक्षा इंटर्नशिप छठी कक्षा से शुरू की जाएगी। नीति के अनुसार पांचवीं कक्षा तक मातृभाषा या क्षेत्रीय भाषा में शिक्षा दी जाएगी। पहले शिक्षा नीति में विज्ञान (Scince), वाणिज्य (Maths) और कला धारा थी, लेकिन अब ऐसी कोई धारा नहीं होगी, अब छात्र अपनी इच्छा के अनुसार विषय का चयन कर सकते हैं। शिक्षा नीति के अनुसार छात्र फिजिक्स (Physics) या कला के किसी भी विषय से हिसाब किताब पढ़ सकते हैं।
NEP Yojana 2022 – राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2022 के अनुसार, छात्रों को छठी कक्षा से कोडिंग सिखाई जाएगी। इस राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2022 (National Education Policy 2022) के अनुसार सभी स्कूल डिजिटल रूप से सुसज्जित होंगे। सभी प्रकार की सामग्री का क्षेत्रीय भाषाओं में अनुवाद किया जा सकता है। नई शिक्षा नीति के तहत वर्चुअल लैब विकसित की जाएगी।
राष्ट्रीय शिक्षा निति की विशेषताए, छात्रों के लिए लाभ –
National Education Policy Yojana 2022 – नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार बोर्ड परीक्षाओं का तनाव भी कम होगा, जिससे छात्राओं पर बोझ नहीं पड़ेगा और पढ़ाई को आसान बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सॉफ्टवेयर का भी इस्तेमाल किया जाएगा। इस योजना के तहत एमफिल की डिग्री को समाप्त कर दिया जाएगा, और पाठ्येतर गतिविधियों को मुख्य पाठ्यक्रम में रखा जाएगा। इस नई शिक्षका निति योजना (NEP Scheme 2022) के माध्यम से भारत की अन्य प्राचीन भाषाओं के अध्ययन का विकल्प रखा जाएगा।
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